पुरातात्त्विक स्रोतों के अंतर्गत here सबसे महत्त्वपूर्ण स्रोत अभिलेख हैं। ये अभिलेख अधिकांशतः स्तंभों, शिलाओं, ताम्रपत्रों, मुद्राओं, पात्रों, मूर्तियों आदि पर खुदे हुए मिलते हैं। जिन अभिलेखों पर उनकी तिथि अंकित नहीं है, उनके अक्षरों की बनावट के आधार पर मोटेतौर पर उनका काल निर्धारित किया जाता है।
हुमायूं का मकबरा दिल्ली में अकबर के शासन के दौरान बनाया गया था, और इसमें संगमरमर का एक विशाल गुंबद था।
अखिल भारतीय महिला सम्मेलन की स्थापना मार्गरेट कजिन्स ने की थी
मध्य एशियाई संपर्कों की शुरुआत और बैक्ट्रियन यूनानियों का आक्रमण
महागरा (यूपी), हल्लूर (एपी), पैयमपल्ली (एपी), मस्की, कोडेकल, संगना कल्लर, उटनूर, टक्कला कोटा) महत्वपूर्ण नवपाषाण स्थल हैं।
अन्य बौद्ध ग्रंथ : लंका के इतिवृत्त महावंस और दीपवंस भी भारत के इतिहास पर प्रकाश डालते हैं। महावंस, दीपवंस व महाबोधिवंस तथा महावस्तु मौर्यकाल के इतिहास की जानकारी देते हैं। दीपवंस की रचना चौथी और महावंस की पाँचवी शताब्दी ई. में हुई। मिलिंदपन्हो में यूनानी शासक मिनेंडर और बौद्ध मिक्षु नागसेन का वार्तालाप है। इसमें ईसा की पहली दो शताब्दियों के उत्तर-पश्चिमी भारत के जीवन की झलक मिलती है। दिव्यावदान में अनेक राजाओं की कथाएँ हैं जिनके अनेक अंश चौथी शताब्दी ई.
देवराय प्रथम द्वारा फिरोज शाह बहमनी की हार
चिश्तिया सूफी सम्प्रदाय एवं ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती
अकबर का मकबरा आगरा के पास सिकंदरा में जहाँगीर ने बनवाया था।
लॉर्ड एल्गिन द्वितीय ने वायसराय के रूप में कार्य किया
सिंधु घाटी सभ्यता में चौड़ी सड़कें और सुविकसित निकास प्रणाली भी स्थित थे।
शेर खान और मुगलों के बीच कन्नौज की लड़ाई
भारतीय समाचार पत्र अधिनियम पारित किया गया
मध्यकालीन भारत मध्यकालीन भारत का इतिहास